8वा वेतन आयोग एक आलोचनात्मक विश्लेषण

8वा वेतन आयोग को लेकर सरकारी कर्मचारियों में एक उत्साह व् ख़ुशी  का माहौल हैं. और यह होना भी सहज प्रक्रिया है इस आयोग के गठन की मांग बहुत पहले से करते आ रहे थे .परन्तु सर्कार इसको लेकर किसी भी प्रकार की संशय में नहीं थी सर्कार सायद इसे लाने के पक्ष में कभी भी नहीं थी .इसका कारण बहुत ही क्लियर था वों जानते थे की इससे बहुत कुछ बदलने वाला नहीं है  जिसके बारे में  आगे हम बहुत ही विस्तार से समझेंगे , फिर भी सरकारी कर्मचारियों के दबाव में आकर सर्कार ने इससे फाइनली लेन का निर्णय लिया.

चुनावी प्रतिक्रिया  

8वा वेतन आयोग के गठन को लेकर अलग अलग प्रतिक्रिया आ रही है कुछ मीडिया जानकर व राजनीतिज्ञ इसे चुनावी स्टंट बता रहे हैं जिससे सरकारी( बीजेपी) इसे डेल्ही के विधानसभा चुनाव में फायदा उठा सकती जिससे सीधे सीधे एक लाख कर्मचारी जो डेल्ही में रह रहे हैं उन्हें फायदा मिल सकता है और बीजेपी इसे अपने वोट बैंक में प्रवर्तित कर सकती है चुकी ये देखना काफी इन्तेरेस्तिंग होगा की इससे सर्कार कितना फायदा उठाती है डेल्ही के चुनाव में.

8वा वेतन आयोग और इससे जुडा फिटमेंट फैक्टर समझते हैं

आइये समझते हैं की फिटमेंट फैक्टर क्या है और कैसे ये निर्धारित होता है

फिटमेंट फैक्टर : फिटमेंट फैक्टर  एक ऐसा फैक्टर है जिससे वेतन का निर्धारण किया जाता है. ये फिटमेंट फैक्टर निम्न बातो पर निर्भर करता है

  1. महँगाई(DA)
  2. जीवन यापन का स्तर
  3. और आम जन पर वैश्विक हलचल का असर

                ये चीजें निर्धारित करती हाँ की फिटमेंट कैसे लगता हैं इसे समझने के लिए हमे पिछला वेतन आयोग अर्थात 8th पे कमीशन को समझने या देखने की जरूरत हैं

7वा वेतन आयोग 1 जनवरी 2016  को लागू हुआ था, उस समय DA(महंगाई) भत्ता 125% था उस हिसाब से वेतन 225% मिल रहा था या यु कहे बेसिक वेतन का 2.25गुना और सर्कार ने फिटमेंट फैक्टर कितना लगया 2.57 मतलब 0.32 का ग्रोथ हुआ था .

आइये इसे समझते हैं  एक उदाहरण से

: मान लीजिये किसी की न्यूनतम वेतन 7000 है तो उसे महंगाई भत्ता मिला के लगभग 15750 मिल रहा होगा , ( HRA+ अन्य भत्ते छोड़कर ) यदि उसे भी जोड़ लिया जाय तो शायद 18000 से आगे निकल जाए, या इससे दुसरे सब्दो में कहा जाय तो 7000*2.25=15750 , और सर्कार ने दिया फिटमेंट फैक्टर 2.57 या यूँ कहे 7000*2.57 =18000 लगभग और मूल वेतन 7000 से बढाकर 18000 कर दिया गया, इसासे कर्मचारियों को कुछ फायदा नही हुआ वेतन उतने का उतना ही रहा क्यों की DA रेविसे होकर 0(शून्य) हो गया,

आइये समझते हैं 8वा वेतन आयोग को 7 वेतन आयोग के नजरियें से:

आज माना की किसी की न्यूनतम मूल वेतन 20000 है और आज यानी 1 जनवरी 2026 को DA कम से कम 60% होगा (क्यों की अभी जनवरी  में 3% और जुलाई में 3-4 % बढेगा ही तो उस हिसाब से 53%+7%= 60% DA हो जायेगा ) इस हिसाब से 20000 का 60%= 12000 तो वेतन बनेगा 32000 या यु कहे तो 20000*1.6=32000 होगा ( भत्ते छोड़कर) , मतलब अभी तो फिटमेंट फैक्टर 1.6 का तो चल ही रहा है अब सर्कार पिछले वेतन आयोग के बराबर भी देती है तो 1.92 (0.32) की बढ़ोतरी जो पिछले वेतन आयोग में हुई थी. मान लीजिये की सर्कार 1.92 फिटमेंट फैक्टर देती हैं तो 20000*1.92==38400 भत्ते जोड़ लिया तो लगभग बराबर ही हो जायेगा ,

अब बात ये आती है की क्या सर्कार 1.92 फिटमेंट फैक्टर से ऊपर जाएगी जैसा की कुछ राजिनितिज्ञ बता रहे हैं की 2.25 से 2.57  और कुछ लगभग 3, तो ये देखने समझने की बात होगी और ये भविष्य के गर्त में छुपा हुआ है की वेतन आयोग कैसा अपना सर्वे या रिपोर्ट तैयार करता है .

8thpaycommission.online

8वा वेतन आयोग 8thpaycommission.online के अनुसार सरकार फिटमेंट फैक्टर 2.25से 2.57 ता क्र सकती है मेरा ये इसी लिए मानना है आज के बजट को देखते हुए आज के बजट में एक खास चीज़ पर जोर दिया गया है जो फिटमेंट फैक्टर या यूँ कहे 8वा वेतन आयोग को ध्यान में रखते हुए तैयार किय गया है

बजट 01.02.2025 : बजट में हम वेतन वर्ग की बात करें तो सैलरी क्लास के लिए सर्कार एक बहुत बड़ा कदम लिया है जो की टैक्स स्लैब को 12 लाख + 75000 (स्टैण्डर्ड डिडक्शन) तक छूट दे दिया गया, ये एक एतिहासिक और सर्कार द्वारा एक साहसी कदम है मिडिल क्लास को रिलीफ देने के लिए जिसकी मांग मिडिल क्लास बहुत अरसे से कर रहा था

समझते है 12 लाख आयकर छूट और 8वा वेतन आयोग का सम्बन्ध

8 वा वेतन आयोग और बजट का सम्बन्ध
8 वा वेतन आयोग एक आलोचनात्मक विश्लेषण

 

इस आयकर छूट से  केंद्र  सरकार पर 1 लाख करोड़ का अतिरिक्त बोझ आएगा , तो सरकार का प्लान क्या  हो सकता है इसकी भरपाई का तो वों सीधा सीधा आय को ही बढ़ा देगी जिससे ज्यादा से ज्यदा कर्मचारी इस स्लैब में आ जाए और कुछ आयकर दे जाय  , चुकी हम जानते हैं की आयकर सरकार का एक बहुत बढ़ा आय का स्रोत है, तो सरकार 8वा वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर 2.25 से 2.57 या 2.86 तक भी बढ़ा सकती है, इसको सरकार क्या करती है ये तो समय ही बताएगा परन्तु फिटमेंट फैक्टर 2.25 से  लेकर 2.57 क्र सकती है 

निष्कर्ष

ये फिटमेंट फैक्टर निर्धित करना पूरी तरह से एक सर्वे और रिपोर्ट्स पर अद्धारित है जो की अभी फिलहाल तो गठित 8वा वेतन आयोग को भी इसकी पूरी जानकारी नहीं होगी की क्या फिटमेंट फैक्टर लगाने जा रहा है, या क्या लगेगा ये पूरी तरह से भविष्य में छुपा हुआ है हम और आप इसकी एक संभावित गणना मात्र ही कर सकते है और उस रिपोर्ट में कर्मचारियों के हित के बारे में सकारात्मक सोच सकते हैं क्युकी आज वेतनभोगी अपने भविष्य को लेकर दुविधा में है और बढती महंगाई उसका कमर तोडती जा रही है तो ये बहुत जरूति हो जाता है की एक अच्छा फिटमेंट फैक्टर निर्धारित हो ,

क्यों की इससे बेशक सरकारी कर्मचारी सीधे सीधे प्रभावित दिख रहा हो पर ये पुरे समाज को एक नयी दिशा देगा इससे और भी समाज के वर्गों में अपने वेतन या मजदूरी को लेकर एक नयी दिशा मिलेगी, तो उम्मीद करते हैं की सभी का कल्याण हो आने वाले 8वा वेतन आयोग से.

                                                        महाकुंभ 2025

                                                     8वाँ वेतन आयोग

 

 

 

Leave a Comment